केदारनाथ धाम: 12 साल बाद दोबारा शुरू हुई गंगा आरती, प्राचीन परंपरा को जीवंत करने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम
Published : 07-Oct-2025 10:33:34 AM
केदारनाथ धाम में मंदाकिनी और सरस्वती नदी के संगम पर संध्याकालीन गंगा आरती दोबारा से शुरू हो गई है। साल 2013 में केदारनाथ क्षेत्र में आई भयंकर त्रासदी के बाद से यह आरती निलंबित थी। करीब 12 साल के अंतराल के बाद केदारनाथ में गंगा आरती शुरू होने से श्रद्धालुओं के बीच हर्ष का माहौल है। यह आरती केदारनाथ की एक प्राचीन परंपरा को पुनः जीवंत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम बताया जा रहा है। उत्तराखंड के पर्यटन सचिव सचिन कुर्वे ने मंदिर समिति को शाम की आरती फिर से शुरू करने का निर्देश दिया। बद्रीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति (Badrinath-Kedarnath Temple Committee) के अध्यक्ष हेमंत द्विवेदी ने घोषणा करते हुए बताया कि अब मंदिर के पुजारियों द्वारा रोज़ाना शाम को गंगा आरती कराई जाएगी, जिसमें श्री केदार सभा का विशेष सहयोग रहेगा।
गौरतलब है कि 2013 की भीषण बाढ़ और भूस्खलन ने पूरे केदारनाथ क्षेत्र में भयंकर तबाही मचाई थी। इस त्रासदी में हज़ारों लोगों की जान चली गई थी। मंदिर परिसर में कई धार्मिक गतिविधियाँ बुरी तरह प्रभावित हुई थीं। इसी दौरान सदियों पुरानी गंगा आरती की परंपरा को भी रोक दिया गया था। इस साल तीर्थयात्रियों के लिए केदारनाथ धाम के कपाट 2 मई को खुले थे। इसके दो दिन बाद यानी 4 मई को गंगा आरती की शुरुआत करने की घोषणा कर दी गई। बद्रीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति के प्रवक्ता डॉ. हरीश गौर ने बताया कि अब प्रतिदिन मंदाकिनी नदी के तट पर यह पवित्र आरती होगी।
केदारनाथ में गंगा आरती की दोबारा शुरुआत कराने में कई लोगों और संस्थाओं का अहम योगदान रहा है। इस शुभ कार्य में केदार सभा के अध्यक्ष राजकुमार तिवारी, महासचिव नितिन सेमवाल, सहायक अभियंता गिरीश देवली, मंदिर अधिकारी युद्धवीर पुष्पावन और मुख्य अभियंता अनिल ध्यानी का विशेष समर्थन मिला। मंदिर समिति के कार्यकारी अनिल ध्यानी ने कहा कि आरती के पुनः शुभारंभ की प्रक्रिया पर्यटन सचिव और सीईओ विजय प्रसाद थपलियाल के मार्गदर्शन में पूरी की गई। यह आरती केदारनाथ की आध्यात्मिक विरासत को पुनर्जीवित करने के लिए सरकार की प्रतिबद्धता को दर्शाता है।
हिमालय की गोद में तेल के दीपकों और भजनों के साथ होने वाली यह संध्याकालीन आरती एक अलौकिक और स्वर्गीय वातावरण बनाती है। उद्घाटन के दिन मौसम प्रतिकूल होने के बावजूद स्थानीय पुजारियों, समिति सदस्यों और हज़ारों श्रद्धालुओं ने पूरे उत्साह के साथ इस अनुष्ठान में हिस्सा लिया।
यह गंगा आरती केवल एक धार्मिक आयोजन या परंपरा मात्र नहीं है, बल्कि आस्था, श्रद्धा और भक्तिभाव की स्थायी भावना का प्रतीक है। हर साल लाखों श्रद्धालु जब चारधाम यात्रा के दौरान केदारनाथ आते हैं, तो केदारनाथ धाम के दर्शन के बाद सायंकालीन गंगा आरती देखने की इच्छा भी श्रद्धालु रखते हैं। 12 वर्षों के अंतराल के बाद अब यात्रियों को परंपरागत गंगा आरती का दिव्य अनुभव दोबारा मिलेगा I
Get in Touch
Have An Enquiry? Write To Us…
Related Packages
.webp?tr=w-100,h-120,f-webp)
Do Dham Yatra by Helicopter Ex Dehradun
View Details..
Char Dham Yatra by Road Ex Delhi
View Details..
Char Dham Yatra by Road Ex Haridwar
View Details..
Badrinath Kedarnath Dham Package
View Details..
Char Dham Yatra by Helicopter (Ex Dehradun)
View Details...webp?tr=w-100,h-120,f-webp)
Do Dham Yatra Same Day by Helicopter ex Dehradun
View Details..Information Links and Downloads
Related Packages

Char Dham Yatra ex Haridwar by Road
9 Night / 10 Days
- Cost Effective and Comfortable Yatra
- Explore the beautiful valley of Harshil.
- Ganga Aarti at Haridwar.
Stay Plan
- Haridwar (1N)
- Barkot (2N)
- Uttarkashi (2N)
- Sonprayag 2N)
- Kedarnath (1N)
- Badrinath (1N)
- Rudraprayag (1N)
Related Blogs
We Got Featured in the Media
Stay Connected for All Updates!
For the latest updates on Kailash Mansarovar Yatra, Adi Kailash Yatra
and other incredible travel destinations, make sure you’re following our channel
