कैलाश मानसरोवर के समान है 'भारत के कैलाश' का महत्व, जानिए कैसे कर सकते हैं यह यात्रा?
दो साल के लंबेइंतजार के बाद आदि कैलाश यात्रा (Adi Kailash Yatra) शुरू हो गई है. देशभर के यात्रियों का पहला दल पिथौरागढ़ से रवाना हो गया है. इस बार पिथौरागढ़ के उच्च हिमालयी इन क्षेत्रों में सड़क पहुंच जाने से आदि कैलाश यात्रा सुगम हो गई है. इस साल भी कैलाश मानसरोवर यात्रा (Kailash Mansarovar Yatra) नहीं हो पाने से मायूस शिवभक्त आदि कैलाश यात्रा के शुरू होने से काफी उत्साहित हैं. आदि कैलाश का महत्व पुराणों में कैलाश मानसरोवर के बराबर ही माना गया है.
पिथौरागढ़ में आदि कैलाश सिर्फ एक स्थान की यात्रा नहीं है बल्कि इस क्षेत्र में अनेकों ऐसे अद्भुत स्थल हैं, जिनका धार्मिक मान्यताओं में काफी महत्व है. आदि कैलाश दर्शन को आए यात्री यहां सहित ओम की आकृति वाले ॐ पर्वत के दर्शन कर खुद को अभिभूत पाते हैं. हर साल कुमाऊं मंडल विकास निगम (KMVN) इस यात्रा को संचालित करता है, लेकिन इस बार यह यात्रा ‘ट्रिप टू टेंपल्स’ कंपनी द्वारा आयोजित की जा रही है. कंपनी के संस्थापक विवेक मिश्रा ने बताया कि अभी तक 700 श्रद्धालु इस यात्रा के लिए पंजीकरण करा चुके हैं. KMVN के साथ मिलकर इस यात्रा को सम्पन्न कराया जा रहा है.
आदि कैलाश यात्रियों को दिलाई शपथ
पिथौरागढ़ के TRH पहुंचे आदि कैलाश यात्रियों का फूल मालाओं से स्वागत किया गया. पिथौरागढ़ KMVN के प्रबंधक दिनेश गुरुरानी द्वारा चलाए जा रहे अभियान ‘एक पौधा धरती मां के नाम’ के तहत यात्रियों से वृक्षारोपण कराया गया. साथ ही यात्रियों को हिमालय में गंदगी न करने की कसम भी दिलाई गई. जिसके बाद यात्रियों को धारचूला के लिए रवाना किया गया.
इस व्हाट्सएप नंबर से ले सकते हैं
जानकारी आदि कैलाश और ॐ पर्वत यात्रा पर जाने वाले श्रद्धालु व्हाट्सएप नंबर 917065577751 पर संपर्क कर यात्रा के खर्च आदि के संबंध मेंजानकारी लेसकते हैं. इच्छुक लोग www.triptotemples.com पर जाकर भी यात्रा के बारे में जानकारी ले सकते हैं.
Get in Touch
Have An Enquiry? Write To Us…