आदि कैलाश यात्रा दो जून से होगी, वाहनों से होगा पूरा सफर 2022
प्रसिद्ध आदि कैलाश यात्रा इस साल दो जून से शुरू होने जा रही है। इसके लिए सात रात व आठ दिन के टूर पैकेज का किराया करीब 51 हजार रुपए प्रति यात्री तय किया गया है। पहली बार होगा जब आदि कैलाश की पूरी यात्रा वाहनों के जरएि ही पूरा किया जा सकेगा। अब तक श्रद्धालुओं को पूरी यात्रा के दौरान करीब 200 किलोमीटर पैदल चलना पड़ता था। पर चीन सीमा तक सड़क पहुंचने के बाद अब सीमांत इलाकों तक तीर्थयात्रियों व पर्यटकों को पहुंचने में काफी सहूलियत हो गई है। कोरोना के कारण करीब तीन सालों के बाद आदि कैलाश यात्रा का आयोजन किया जा रहा है। कुमाऊं मंडल विकास निगम (केएमवीएन) के महाप्रबंधक एपी वाजपेयी ने बताया कि आदि कैलास यात्रा का आयोजन होना सुखद है। इससे पर्यटन व तीर्थाटन बढ़ेगा साथ ही लोग अब वाहनों में बैठकर ही सीधे उच्च हिमालय की सुंदरता व यहां के तीर्थ स्थलों तक पहुंच सकेंगे। केएमवीएन होम स्टे को बढ़ावा देने की कोशिश कर रहा है। इसके लिए सीमांत इलाकों में बने होम स्टे संचालकों को भी यात्रा में शामिल करने की कोशिश है।
आदि कैलाश यात्रा को निजी टूर कंपनी से भी करार
केएमवीएन ने नोएडा की कंपनी डिफाइन मंत्रा के साथ आदि कैलाश यात्रा को लेकर अनुबंध किया है। कंपनी यात्रा के प्रचार प्रसार व पंजीकरण में मदद करेगी। केएमवीएन के एमडी नरेंद्र सिंह भंडारी ने बताया कि आदि कैलास यात्रा शुरू होने से तीर्थाटन एवं पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा। तीन सालों के बाद शुरू हो रही यात्रा से रोजगार बढ़ाने में भी मदद मिलेगी। महाप्रबंधक एपी बाजपेई ने अवगत कराया कि यात्रा को बेहतर तरीके से संचालित करने के लिए सभी सुविधाएं जुटाई जा रही हैं। पहली बार सड़क मार्ग से बिना किसी परेशानी के यात्रा हो सकेगी। उम्मीद है कि इस बार रिकॉर्ड संख्या में श्रद्धालु पहुंचेंगे।
कैलाश मानसरेावर यात्रा नहीं होगी
चीन से चल रहे सीमा विवाद के कारण लगातार तीसरे साल भी उत्तराखंड से सीधे होने वाली कैलास मानसरोवर यात्रा का आयोजन फिलहाल नहीं होने जा रहा। विदेश मंत्रालय से अब तक इस दिशा में कोई दिशानिर्देश नहीं मिले हैं। पर कई निजी ट्रैवल कंपनियां नेपाल के जरिए मानसरोवर यात्रा का आयोजन करवा रही हैं। कंपनियां नेपाल से सीधे वाहन व हेलीकॉप्टर के जरिए कैलास मानसरोवर यात्रा करवाने को बुकिंग ले रही हैं।
आदि कैलाश यात्रा प्लान
- पहला दिन, काठगोदाम से पिथौरागढ़
- दूसरा दिन, पिथौरागढ़ से धारचूला
- तीसरा दिन, धारचूला से गूंजी
- चौथा दिन, गुंजी से आदि कैलास यात्रा, ओम पर्वत, पार्वती सरोवर, पांडव पर्वत आदि दर्शन
- पांचवां दिन, गुंजी से ओम पर्वत वाया काला पानी रात्रि विश्राम नाबी में
- छठा दिन, नाबी से डीडीहाट
- सातवां दिन, डीडीहाट से भीमताल
- आठवां दिन, भीमताल से काठगोदाम
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